इंटरनेट और सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि टमाटर में निकोटिन होता है। अगर आप स्मोकिंग छोड़ रहे हैं तो इस दौरान टमाटर नहीं खाना चाहिए क्योंकि ये स्मोकिंग को ट्रिगर करता है।
सबसे पहला सवाल ये है कि क्या टमाटर में सचमुच निकोटिन होता है? इसका जवाब हां है। आलू, टमाटर और बैंगन जैसी कई सब्जियों में निकोटिन होता है। हालांकि, इसकी मात्रा इतनी कम होती है कि इसके कारण स्मोक की तलब लगना मुश्किल नहीं, असंभव है।
अभी तक किसी साइंटिफिक स्टडी में यह सामने नहीं आया है कि टमाटर खाने से स्मोक की तलब लग सकती है। 100 ग्राम टमाटर में एक सिगरेट में मौजूद निकोटिन के 10 हजारवें भाग के बराबर निकोटिन होता है।
इन भ्रामक बातों से इतर टमाटर बेहद फायदेमंद सब्जी है। इसलिए आज ‘सेहतनामा’ में टमाटर की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि-
- इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या है?
- इससे किन बीमारियों का जोखिम कम होता है?
- टमाटर खाना कितना फायदेमंद है?
- किन लोगों को टमाटर नहीं खाना चाहिए?
टमाटर खाने के अनेकों फायदे हैं
टमाटर में लाइकोपीन और ल्यूटिन जैसे पावरफुल एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्व न्यूरोडिजेनरेटिव डिजीज, टाइप 2 डायबिटीज और हार्ट डिजीज का जोखिम कम करते हैं।